जदयू की कोशिश हुई बेकार, सवाल के जवाब में बोलने से बचते दिखे नेता

सी०डब्लू०एन०  :- पटना/श्रवण राज

पटना – वक्फ संशोधन बिल को लेकर जिस तरह से सियासी घमासान मचा हुआ है जेडीयू ने अपने कई अल्पसंख्यक नेताओं को बुलाकर डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश किया लेकिन एक अलग ही तस्वीर बाहर निकाल कर सामने आ गई वक्फ संशोधन बिल के संसद के दोनों सदनों में पारित होने के बाद बिहार में जिस तरीके से जनता दल यूनाइटेड की तरफ से खबरें आ रही थी, आज उसी जदयू से अलग तरह की खबर आई दरअसल वक्फ संशोधन बिल के सदन में पारित होने के बाद ही बिहार में जदयू के अल्पसंख्यक नेताओं के इस्तीफा दिए जाने की लगातार खबरें आ रही थी लेकिन जनता दल यूनाइटेड की तरफ से आज एक प्रेस वार्ता करके पूरी तस्वीर को साफ करने की कोशिश की गई इस प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन जदयू के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की तरफ से किया गया।

इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में जदयू के तमाम अल्पसंख्यक समाज के नेताओं ने शिरकत किया इसमें एमएलसी खालिद अनवर के साथ-साथ अफाक करीम, प्रवक्ता अंजुम आरा, अशरफ अंसारी के अलावा कई अन्य बड़े चेहरे शामिल थे इनका स्पष्ट रूप से कहना था कि सीएम नीतीश कुमार ने जिस तरीके से अल्पसंख्यक समुदाय के हितों के लिए कार्य किया है, उससे किसी को भी कोई प्रकार के संदेह की गुंजाइश नहीं होनी चाहिए उन्होंने यह भी कहा है कि नीतीश कुमार के रहते हुए अकलियत के हितों से, उनकी रक्षा सुरक्षा, उनके अधिकारों के साथ कोई भी छेड़छाड़ नहीं कर सकता है अगर कोई ऐसा दुस्साहस करने की कोशिश भी करेगा तो जदयू उसका कड़ा जवाब देगी

अंजुम आरा ने कहा कि इस बिल को लेकर के जदयू की तरफ से कई संशोधन प्रस्ताव भी दिए गए थे उन्होंने सभी संशोधन प्रस्ताव के बारे में जानकारी भी दिया।
पार्टी के अन्य नेता अशरफ अंसारी ने कहा कि नीतीश कुमार हमेशा अकलियत के लिए काम करते रहे हैं उन्होंने जाकिया जाफरी से लेकर के भागलपुर दंगे तक का जिक्र किया और यहां तक कहा कि महागठबंधन के सरकार ने इन लोगों के लिए क्या किया? क्यों इन लोगों ने इंसाफ नहीं दिलाया था

बता दे कि राज्य में पिछले कई दिनों से लगातार यह खबरें आ रही थी कि वक्फ संशोधन बिल पर जदयू के समर्थन के बाद से जदयू के अल्पसंख्यक समाज के नेता इस्तीफा दे रहे हैं जिसके बाद से जनता दल यूनाइटेड की तरफ से इस प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया।

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