पटना :- पटना/श्रवण राज
पटना- बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है इस पर राजनीतिक दलों की राय अलग अलग है । जन सुराज के प्रशांत किशोर ने 2 अक्टूबर को ही सत्ता में आने पर शराब चालू करने का एलान कर दिया है । प्रमुख विपक्षी दल राजद भी शराबबंदी को फेल बता रही है । हम के नेता केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कई बार साफ साफ शब्दों में कहा है कि शराबबंदी सिर्फ गरीबो के लिए है लाखो लोग जेल जा चुके है । प्रेम यूथ फाउंडेशन बिहार में शराबबंदी को लेकर जनमत संग्रह करायेगा । फाउंडेशन के निदेशक देवानंद ने बताया कि जनमत संग्रह प्रथम चरण में पटना, गया, मुजफ्फर पुर एवं भागलपुर में होगा । शराबबंदी के पक्ष में है हा या ना में जवाब देना है । और पाँच कारण बताना है । उन्होंने बताया कि बिहार में शराबबंदी का नौ वर्ष बीत गया है और आज भी धड़ल्ले से शराब की तस्करी हो रही है वहीं सैंकड़ो लोगो ने जहरीली शराब के सेवन से काल के गाल में समा चुके है वहीं एसपी से लेकर थानेदार तक कि संलिप्तता शराब तस्कर के साथ उजागर हुई है । बिहार में शराब भूत की तरह है दिखता कही नही है और मिलता हर जगह है । शराब तस्करी से शराब माफिया अकूत सम्पत्ति जमा कर लिया । नीतीश कुमार ने शराबबंदी में ढील दिया है दो हजार जुर्माना देकर आसानी से छूट जा रहा है शराबी । जनमत संग्रह से प्राप्त सुझावों से राज्य सरकार को अवगत कराया जायेगा । 1 मई मजदूर दिवस के दिन से आरंभ होगी जनमत संग्रह । मौके पर समाज सेवी सुजीत कुमार, हिमांशु शर्मा, राउंसि कुमार, सुनील कुमार, रंजन कुमार, अजय कुमार शामिल है ।