*सुचारु रेल यातायात के लिए कई सुधार कार्य भी किए*
*2024- 25 में 70 किलोमीटर के नई लाइन, गेज परिवर्तन और दोहरीकरण के हुए काम*
*हाई स्पीड टेस्ट ट्रैक का 64 में से 47 किलोमीटर का कार्य पूरा*
उत्तर पश्चिम रेलवे पर नई लाइन, गेज परिवर्तन, रेल मार्ग के दोहरीकरण व विद्युतिकरण, रेलवे ओवर/अंडर ब्रिज, आदि परियोजनाओं तथा रेल यातायात के सुधार पर तेजी से काम किया जा रहा है।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी श्री शशि किरण के अनुसार उत्तर पश्चिम रेलवे पर लगभग 21000 करोड रुपए की लागत से 808 किलोमीटर दोहरीकरण एवं 555 किलोमीटर नई लाइन के कार्य स्वीकृत हैं जिन पर तेज गति से कार्य प्रगति है पर है। वित्तीय वर्ष 2024- 25 में लगभग 70 किलोमीटर नई लाइन व दोहरीकरण तथा गेज परिवर्तन के कार्य पूरे किए गए है। वर्ष 2024-25 में राजस्थान के दो महानगरों जयपुर एवं जोधपुर के मध्य दोहरीकरण का कार्य पूर्ण किया गया तथा दौसा- गंगापुर सिटी नई लाइन का कार्य पूर्ण कर रेल संचालन प्रारंभ किया गया। इसके साथ ही रतनगढ़ -मोलीसर रेल मार्ग का भी दोहरीकरण कार्य भी इसी वर्ष किया गया। रतनगढ़ -मोलीसर रेल मार्ग का विद्युतीकरण कार्य भी इस साल किया गया । उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक श्री अमिताभ के कुशल मार्गदर्शन में वर्ष 2024-25 में उत्तर पश्चिम रेलवे पर 351 रूट किलोमीटर का विद्युतीकरण हुआ। इसके साथ ही कुल 5466 रूट किलोमीटर रेल मार्ग का विद्युतीकरण उत्तर पश्चिम रेलवे पर किया जा चुका है। सूरतगढ़ थर्मल प्लांट के यार्ड मे 14.49 किलोमीटर की नई लाइन का कार्य सफलतापूर्वक किया गया।
इसके अतिरिक्त काठुवास- अटेली, कुंड काठुवास और मनहेरु -भिवानी रेल खंड के दोहरीकरण का कार्य शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा। मारवाड़ बाईपास लाइन, सवाई माधोपुर बायपास लाइन तथा पुष्कर -मेड़ता नई लाइन की भी स्वीकृति इस वर्ष प्राप्त हो चुकी है। इनके अतिरिक्त अनूपगढ़ -बीकानेर नई लाइन, लालगढ़-बीकानेर व नारनौल -फुलेरा
रेल मार्ग के दोहरीकरण कार्यों की डीपीआर बनाकर रेलवे बोर्ड भेजी गई हैं।
जयपुर से लगभग 70 किलोमीटर दूर गुढा-ठठाना मिठडी के बीच लगभग 967 करोड की लागत से बन रहे 64 किलोमीटर लंबे आरडीएसओ डेडीकेटेड टेस्ट ट्रैक का लगभग 47 किलोमीटर का कार्य पूरा हो चुका है। यह कार्य दिसंबर 2025 तक पूर्ण होने की संभावना है।
इनके साथ ही इस वित्तीय वर्ष में 103 बड़े एवं छोटे पूलों का कार्य पूर्ण किया गया तथा 07 रोड ओवर ब्रिज और 39 रोड अंडर ब्रिज बनाए गए हैं जिस कारण 25 लेवल क्रॉसिंग को बंद किया गया है।
रेल यातायात को अधिक सुचार बनाने के लिए कई कार्य वर्ष 2024-25 में किए गए। पंडोली, मारवाड़ मथानिया, गडवाला, कपासन, रानाप्रतापनगर, कीरोड़ा स्टेशनों पर अतिरिक्त लूप लाइन डाली गई है ताकि ट्रेनों की क्रॉसिंग में लगने वाले अतिरिक्त समय को कम किया जा सके और ट्रेनों की समय पालना सुनिश्चित किया जा सके। बीकानेर पूर्व स्टेशन पर 02 पूर्ण लंबाई की रेल लाइने तथा भगत की कोठी स्टेशन पर 03 पूर्ण लंबाई की स्टेबलिंग रेल लाइने डाली गई हैं। इन कार्यों से उत्तर पश्चिम रेलवे पर संरक्षित रेल संचालन और ट्रेनों की समय पालना सुनिश्चित करने में सहायता मिलेगी।
- NIHAL SAH