पाकुड़ जिले में गर्मी के मौसम में पेयजल संकट को गंभीरता से लेते हुए उपायुक्त मनीष कुमार ने खराब चापाकलों और जलमीनारों की मरम्मत का अभियान शुरू किया है। इस पहल के तहत, 10 अप्रैल को विभिन्न प्रखंडों में चापाकलों की मरम्मत की गई, जिनमें पाकुड़ प्रखंड में 7, लिट्टीपाड़ा में 3, महेशपुर में 8 और पाकुड़िया प्रखंड में 4 चापाकल शामिल हैं।
इसके अलावा, जिले भर में 12 जलमीनारों की भी मरम्मत कर सुचारू किया गया है। एक अप्रैल से अब तक कुल 183 चापाकल और 12 जलमीनारों की मरम्मत की जा चुकी है, जिससे हजारों ग्रामीणों को राहत मिली है।
उपायुक्त मनीष कुमार ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जल संकट से जूझ रहे किसी भी गांव या टोले की सूचना मिलते ही त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए, ताकि ग्रामीणों को भीषण गर्मी में पानी की कमी से परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि सभी ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की उपलब्धता हो और लोगों को अपनी दैनिक जरूरतों के लिए पानी की कमी का सामना न करना पड़े।
इस पहल से जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को काफी राहत मिली है। ग्रामीणों ने उपायुक्त के इस कदम की सराहना की है और कहा है कि इससे उन्हें अपनी दैनिक जरूरतों के लिए पानी की उपलब्धता सुनिश्चित हुई है।
उपायुक्त ने कहा कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा और सभी खराब चापाकलों और जलमीनारों की मरम्मत की जाएगी। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे इस अभियान की निगरानी करें और सुनिश्चित करें कि सभी ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की उपलब्धता हो।
- NIHAL SAH